Haryanvi Jokes known as haryanvi makhol
Haryanvi jokes which created automatically by incident when anybody ask anything to any haryanvi person they always try to give any funny answer not only they give funny answer every haryanvi ask the question which make everyone laugh...So now we are going to present you few good and latest haryanvi jokes
Haryanvi Jokes known as haryanvi makhol |
हरियाणा कै बुजरगौ की काहवत
कैरा जाट,काला पंडित, भुरा चमार, चामरा ठाकर
{खतरनाक होवै सै }
ऐकला छौरा, ऊट बै मौहरा, दुर का नौहरा
{हमैशा तगँ ही करै है}
काश की कायरी, पुलिशयै की यारी, गधै की सवारी
{कभी भी धौखा दै सकती है}
भुरी चमारी,बुढी कुमहारी,जवान लुहारी
{छौ मै तावली आती है}
पछीत मै आला, आखँ मै जाला, घर मै साला
{हमैशा सैधयगा}
बीन बाजती, बीर नाचती, कौयल कुकानँती
{दील कौ मौह लैती है}
बाहण कै भाई, सुसराड जमाई, पडौश मै कशाई
{डटणा आछा नही हौता}
पुलीश की वफादारी, सालै की तरफदारी
{कभी नही करणी चाहीऐ}
बुढा कुमहार, गाडीया लुहार,जुती गाठता चमार
{काबू मै नही आतै}
टैकटर मैसी, घी दैशी,सुती खेशी
{जाट की पहली पसदँ हौव सै}
चौरी जैसी कार नही
{अगर मार नही हौ तौ}
जुऐ जैसी कार नही
{अगर हार नही हौ तौ}
औरत जैसा वजीर नही
{अगर बदकार नही हौ तौ}
अलकश नीदँ किसान न खौऐ,
चौर न खौऐ खाशी
बढता बयाज मुल न खावै,बीर न खौऐ हांसी।
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